नवकार महामंत्र (Navkar MahaMantra)
नमो अरिहंताणं
नमो सिद्धाणं
नमो आयरियाणं
नमो उवज्झायाणं
नमो लोए सव्व साहूणं
नमो सिद्धाणं
नमो आयरियाणं
नमो उवज्झायाणं
नमो लोए सव्व साहूणं
एसो पञ्च-नमोक्कारो
सव्व पाव प्पणासणो
मंगलाणं च सव्वेसिं
पढमं हवई मंगलं
सव्व पाव प्पणासणो
मंगलाणं च सव्वेसिं
पढमं हवई मंगलं
महामंत्र नवकार का अर्थ (Meaning of Navkar Mahamantra)
नमो अरिहंताणं : अरिहंतों को नमस्कार
नमो सिद्धाणं : सिद्धों को नमस्कार
नमो आयरियाणं : आचार्यो को नमस्कार
नमो उवज्झायाणं : उपाध्यायों को नमस्कार
नमो लोए सव्व साहूणं : इस लोक के सभी साधु संतो को नमस्कार
इन पांचो को नमस्कार करने से सब पापों का नाश हो जाता है और हर प्रकार का मंगल ही मंगल होता है।
नवकार मंत्र 5+4 पदों से बना है, अर्थात कुल इसमें 9 पद है लेकिन इसके सर्वप्रथम पांच पद भी महामंत्र ही है.
नवकार मंत्र की महिमा और इसका प्रभाव
नवकार मंत्र स्वयं सिद्ध मंत्र है. यानी कि इस मंत्र को सिद्ध करने की आवश्यकता नहीं. बहुत से मंत्र होते है, जिन्हे पहले सिद्ध करने की आवश्यकता होती है और फिर उसके बाद अपना प्रभाव दिखते है.लेकिन यह स्वयं सिद्ध मंत्र है.
नवकार मंत्र का प्रभाव
नवकार मंत्र के लगातार मन लगाकर जप करने से भयंकर से भयंकर बीमारियां और लाईलाज बीमारियां तक भी ठीक हो जाती है और इसके प्रभाव से अकाल मृत्यु भी निकट नहीं आती. नवकार मंत्र रक्षा कवच का भी काम करता है,
नवकार मंत्र जप विधि
नवकार मंत्र एक ऐसा मंत्र है जिसका कोई भी, कभी भी, कही भी, किसी भी अवस्था में इस मंत्र का जप कर सकता है. नवकार मंत्र के प्रभाव के कारण भयंकर विपत्तियां भी ताल जाती है. हाथ की माला से इसका जप करना सर्वोत्तम है.
नवकार मंत्र जैन धर्म का मूल मंत्र है लेकिन इसका कोई भी जप कर सकता है. इसे मंत्रराज यानी की मंत्रो का राजा भी कहा जाता है.