जो दूसरों के पास है उसे पाने की इक्षा ?
हम हमेशा दूसरों को देखकर सोचते रहतें हैं की काश मैं भी वैसा होता या काश मेरे पास भी वो होता, लेकिन खुद के पास जो चीजें हैं उसकी ओर ध्यान नहीं देतें यही सबसे बड़ा दुःख का कारण है.
खुद को दूसरों से कम आंकना ?
जब तक आप खुद को दूसरों से कम आँकते रहेंगे आप उनसे खुद को कम ही पाएंगे , खुद की स्ट्रेंथ को पहचानना सीखिए .
हमेशा पैसों के पीछे मत भागिये ?
हर वक्त पैसों के बारे में ही सोचते रहने से आपके पास पैसे नहीं आयेंगे लेकिन उठकर काम करने से आप सभी परेशानियों से मुक्त हो सकते हैं.
अशांत मन .
अशांत मन से किया हुआ कोई भी काम सफल नहीं होता, इससे अच्छा है की आप उस काम को छोढ़ ही दें , और वह काम करें जिसमे आपका मन लगे.