बढ़िया इंसान वही है,
जिसका दिल साफ हो
और सबसे प्रेम से पेश आये,
न कि वो जो बढ़िया बात तो करे
पर दिल में घृणा ही भरी पड़ी हो।
क्योंकि बढ़िया बातें तो दीवारों
पर भी लिखी होती है
लेकिन जरूरी नही कि
वह हमें सीखा ही पाए।
पर अगर किसी इंसान का दिल साफ एवं सच्चा हो और सभी से प्रेम से बातें करता हो तो वह सभी के लिए आदर्श बन जाता है और ऐसी-ऐसी बातें बिना कुछ कहे ही सीखा देता है जो महँगी-महँगी किताबें तक नही सीखा सकती।