असफलता से घबराईये मत
असफल होना कोई गुनाह नहीं होता ,
लेकिन असफलता के बाद अगर
सफलता के लिए प्रयत्न न किया जाए
तो वह गुनाह होता है ।
क्यूंकि जिंदगी में दोनों तरह का ही समय आता है । अगर आज की परिस्थितियां किसी के अनुकूल है तो आने वाले समय में वह प्रतिकूल भी हो सकती है । और अगर अब प्रतिकूल है तो आने वाले समय में अनुकूल भी हो सकती है ।
सफलता भी कुछ ऐसी ही है ,अगर आज नहीं मिली तो भी प्रयत्न करते रहे ,एक-न-एक दिन तो जरूर मिलेगी ही । सफलता भी चाबियों के गुच्छे की ही तरह है ,अगर सही गुच्छा हाथ में है तो एक न एक चाबी तो दरवाजे को खोलेगी ही । इसलिए हमेशा प्रयत्न करते रहना चाहिए और हार तब तक नहीं माननी जब तक सफल न हो जाए और जब सफल हो ही गए तो फिर हार ही कैसी ?
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