कमाल का हीरा (Kamaal’s Diamond)
कबीर जी के बेटे कमाल भी अपने पिता की ही तरह गृहस्थ होते हुए भी दुनिया की मोह माया से दूर थे और सदा आत्मचिंतन में ही लगे रहते थे। कमाल जी के लिए दुनिया की दौलत-शोहरत सब माटी के समान थी। इनके लिए सोना माटी था और हीरा सिर्फ एक पत्थर था और पत्थर … Read more