सुभद्रा कुमारी चौहान जीवनी (Subhadra Kumari Chauhan Biography in Hindi)
साहित्य को समाज का दर्पण कहा जाता है और इसके निर्माण में कुशल और प्रभावी लेखकों तथा कवियों का महत्ववूर्ण योगदान होता है।
साहित्य को समाज का दर्पण कहा जाता है और इसके निर्माण में कुशल और प्रभावी लेखकों तथा कवियों का महत्ववूर्ण योगदान होता है।
भारत की वो बेटी जिसने पूरे विश्व में भारत का नाम ऊंचा किया, न केवल अपने माता पिता को बल्कि पूरे भारत वर्ष को गौरवान्वित किया वो थी कल्पना चावला जिसका नाम भारत की हर महिला के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।
हमारे मनुष्य जीवन में भक्ति से बड़ा कोई कार्य नहीं। सभी मनुष्य की भक्ति में प्रभु से मिलने की इच्छा ही होती है।
भारत को आजादी दिलाने के संघर्ष में कई वीरों ने अपना योगदान दिया है। भारत की जनता को एक जुट करके उनका नेतृत्व करके अंग्रेजों के विरुद्ध एक सशक्त जनशक्ति का निर्माण किया ताकि भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद करवाया जा सके।
हिंदीभाषी लेखकों में प्रख्यात एवम् बहुमुखी प्रतिभा के धनी रचनाकार, जो एक उत्कृष्ट लेखक, कवि और निबंधकार रहे तथा अपनी रचनाओं के माध्यम से हिंदी साहित्य के कोषागार को शोभित किया, ऐसे बेहतरीन अक्षरजीवी थे “रामधारी सिंह दिनकर” जी।
एक लेखक का अर्थ होता है वह व्यक्ति जो अपनी लेखन कला द्वारा अपने विचार, अपनी संस्कृति, अपना इतिहास, अपनी परंपरा को समाज से समक्ष प्रस्तुत करता है।