भारत की वो बेटी जिसने पूरे विश्व में भारत का नाम ऊंचा किया, न केवल अपने माता पिता को बल्कि पूरे भारत वर्ष को गौरवान्वित किया वो थी कल्पना चावला जिसका नाम भारत की हर महिला के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।
हिंदीभाषी लेखकों में प्रख्यात एवम् बहुमुखी प्रतिभा के धनी रचनाकार, जो एक उत्कृष्ट लेखक, कवि और निबंधकार रहे तथा अपनी रचनाओं के माध्यम से हिंदी साहित्य के कोषागार को शोभित किया, ऐसे बेहतरीन अक्षरजीवी थे "रामधारी सिंह दिनकर" जी।
भारत के शक्तिशाली मराठा साम्राज्य की स्थापना करने वाले, मराठा शिरोमणि, छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने शौर्य प्रदर्शन से उन मुगलों को लोहे के चने चबवा दिए। उनकी सिंह के समान साहस, बल, निर्भीकता और नेतृत्वता ने उन मुगलों के साम्राज्य को हिला कर रख दिया था।
अखंड भारत के निर्माण का स्वप्न बहुत पहले ही देखा जा चुका था और इस स्वप्न को साकार करने में कई लोगो ने अपना खून पसीना एक कर दिया। कई वर्षों के दासता के बंधन को तोड़ भारत ने स्वतंत्रता को आलिंगन किया। परंतु हमारे भारत को सही मायने में एक खंडित भूभाग से एक अखंड और एकीकृत राष्ट्र बनाने का श्रेय जिस महानुभाव को जाता है, वे हैं "सरदार वल्लभ भाई पटेल"।