दान का असली महत्व (Daan Ka Asli Mehtav)

पुराने समय की बात है तब साधु बाबा घर-घर जाकर भिक्षा मांगा करते थे। एक बार एक साधु-बाबा एक घर पर गए और आवाज लगाई “भिक्षां देहि”…. घर में से पहले तो कोई नहीं बाहर आया। साधु बाबा ने फिर आवाज लगाई, भिक्षां देहि। इस बार घर के अंदर से एक छोटी लड़की बाहर आई … Read more

सत्संग क्यों जरूरी है (Why Satsang is Important)

सत्संग क्यों जरूरी है ? यह जानने से पहले यह जान लेते है कि सत्संग होता क्या है। किसी भी प्रकार से ईश्वर की भक्ति करना सत्संग ही है। भजन-कीर्तन करना ,ईशवर की भक्ति करना ,अथवा अपने साथियो के साथ बैठकर अगर हम ईश्वर के बारे में बाते भी कर ले तो वो भी सत्संग … Read more

कोई भी कार्य करने से पहले सोच लें (Think Before Doing Anything)

एक युवक ने विवाह के दो साल बाद विदेश जाकर व्यापार करने की इच्छा अपने पिता से कही। पिता जी ने पहले तो उसे समझाया की यही पर कोई व्यापार कर ,हमसे और अपनी पत्नी से दूर क्यों जाना चाहते हो ?  मेहनत करोगे तो यहाँ पर भी सफलता मिलेगी तुम्हे। पर युवक का मन … Read more

मेहनत और किस्मत (Hard Work & Luck)

हममें से बहुत लोग ऐसे होते है जो अक्सर अपने Free time में दोस्तों (या अपने बड़ो के साथ भी) के साथ इकट्ठे बैठकर बातें किया करते है। इनमें से कई लोग हसीं-मज़ाक की बातें करते है ,कई लोग इधर-उधर की चुगलखोरी और कुछ लोग ऐसे भी होते है जो इन बातों से दूर ज्ञान … Read more

चाणक्य नीति (Chanakya Neeti) 2

पहले भी आचार्य चाणक्य जी के कुछ विचार Post किये जा चुके है, उन्हें पढ़ने के लिए click करें।  आचार्य चाणक्य जी के कुछ अन्य विचार जो हमारे जीवन में आज भी बहुत अहम भूमिका निभाते है। कोयल का सौंदर्य है उसकी बोली ,स्त्रीका सौंदर्य है उसका पतिव्रत होना। कुरूप का सौंदर्य है उसकी बुद्धि … Read more

चाणक्य नीति (Chanakya Neeti) 1

आचार्य चाणक्य अपने समय के एक कुशल राजनीतिज्ञ थे। वैसे तो कहा जाता है कि चन्द्रगुप्त मौर्य ने मौर्य राज्य की स्थापना की परन्तु अगर आचार्य चाणक्य न होते तो इनके ज्ञान के बिना चन्द्रगुप्त मौर्य सफल नहीं हो सकते थे। आचार्य चाणक्य ने ही चन्द्रगुप्त को इतना प्रशिक्षित किया की वह अपना एक अलग … Read more