जीत और हार सिर्फ हमारी सोच पर निर्भर करती है
अगर हम बेबस होकर, हाथ पर हाथ धरकर बैठ जाए ,
तो इसका मतलब हमने हार मान ली, हम कभी सफल नहीं हो सकते ,
लेकिन अगर हम और भी बेहतर तरीके से प्रयत्न करते रहे ,तो हमारी जीत पक्की है ।
यह सिर्फ हमारी सोच है,जोकि हमे हार का एहसास करती है ,नहीं तो हार का मतलब तो …”सफलता प्राप्त करने के लिए कोशिश करते रहना है” क्यूंकि अगर हार का मतलब अंत से हो तो फिर तो कुछ व्यक्ति ही जीवित रहे । लेकिन ऐसा नहीं है क्यूंकि हार तो वह है ,जो हमे आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित करती रहती है ।
(इस हार और जीत का मतलब व्यक्ति की अपनी सफलता/असफलता के साथ है ।)
आत्म-अनुशासन का महत्व हमारे जीवन में बहुत बड़ा है। चाहे आप अपने व्यक्तिगत जीवन में…
भारतीय शेयर बाजार में खुदरा निवेशकों (Retail Investors) की भागीदारी में जबरदस्त वृद्धि हुई है,…
विज्ञान एक ऐसा विषय है जो प्रकृति में उपस्थित प्रत्येक वस्तु की क्रमबद्ध जानकारी प्रदान…
सोचने से कुछ न होगा… करने से होगा Daily Motivation in Hindi दोस्तों, जब…
Article on Procrastination in Hindi दोस्तों आज मैं इस साइट पर एक Daily Motivational…
Money Management Series #1 – in Hindi Time Management के बारे में आपने बहुत सुना,…