दोस्तों इस लेख को शुरू करने से पहले हम यह बता दें कि जब तक देश का एक भी नागरिक बीमार तब तक खुशहाली नहीं हो सकती। हम चाहते है कि सिर्फ हमारा भारत देश ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व सेहतमंद रहे और खुश रहे।
अब आते है हमारे टॉपिक पर कि क्या सम्पूर्ण देश महावीर जयंती मनाएगा।
दोस्तों अगर अभी तक आपने हमारे पिछले आर्टिकल्स नहीं पढ़े तो पहले वह पढ़ लें महावीर का धर्म और क्या दुनिया अगर महावीर जी की शिक्षा का अनुसरण करती तो आज का दुःख न पैदा होता ?
तो दोस्तों जैसा कि आपने पढ़ ही लिया होगा कि महावीर जी ने अहिंसा का संदेश दिया है और इस दिन सबसे यह गुजारिश की जाती है कि वह किसी भी तरह की हिंसा न करे और पुरे भारत में मांसाहार की दुकाने बंद रहती है, जिससे जीव भले ही एक दिन का सुख प्राप्त करते है, लेकिन करते तो है।
अधिकतर सब जगह है मांसाहार बंद
दोस्तों भले ही कोरोना वायरस के डर के कारण कहे, लोग अपने प्रति और दुसरो के प्रति भी जागरूक हुए है। लोगों में अहिंसा और साफ़-सफाई भी बढ़ी है। लोगो में चेतना जागृत हुयी है कि मांसाहारी का सेवन उनके लिए हानिकारक है और वह शुद्ध सात्विक आहार अपना रहे है।
शुद्ध सात्विक आहार अपनाने से प्रकृति की भी रक्षा और सभी जीव भी ख़ुशी भरा माहौल महसूस करते है। और तो और अबतो प्रकृति में प्रदुषण भी काफी कम हो गया है जिस वजह से अब वातावरण भी शुद्ध हो चूका है ।
इसलिए दोस्तों महावीर जी को हमारी तरफ से अहिंसा ही अर्पित होगी। आगे सरकार जबरदस्ती मांस इत्यादि की दुकाने बंद करवाती थी, लेकिन अब लोगों में मांसाहार के लिए नफरत वाला माहौल पैदा हो रहा है। इस बार सब स्वयं ही मांस इत्यादि की दुकाने बंद रखेंगे। इसलिए यहाँ कहा है कि इस बार तो सब महावीर जयंती मनाएंगे और वह भी दिल से
प्रकृति की पुकार को सुनिए
दोस्तों अंत में मैं एक और बात कहना चाहूंगा कि हम सभी को प्रकृति की पुकार को भी सुनना चाहिए। प्रकृति इस समय हम इंसानों से दुखी है और हमे समझना चाहिए कि इंसान कहा और क्या-क्या गलत कर रहा है या गलत कर रहा था और उन चीजों में सुधार करना चाहिए तभी यह प्रकृति भी हमसे खुश होगी और हमे जीवनदान प्रदान करेगी।
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