एक व्यक्ति साधु की कुटिया में एक गाय दान करके चला गया
गुरु:- बढ़िया है, गाय आ गयी, अब दूध पीने को मिला करेगा।
कुछ दिनों बाद वही व्यक्ति अपनी गाय वापिस ले गया। शिष्य गुरु जी के पास आया और बोला कि वह व्यक्ति अपनी गाय वापिस ले गया है।
इसपर भी गुरु जी बोले, बढ़िया है, गोबर साफ करने में जो दिक्कत आती थी वह अब नही आयेगी।
दोनों ही परिस्थितियों में गुरु जी ने positive behaviour रखा और दोनों को ही खुशी-खुशी स्वीकार किया। जो होना है ,होकर रहेगा, हम स्वीकार कर सके या न कर सके, इससे कोई फर्क नही पढ़ने वाला इसलिए बेहतर यही है हम स्वीकार कर ही लें।
सिर्फ नजरिया बदलने की जरूरत है,जिंदगी अपने आप बदल जाएगी। अगर कुछ बुरा हो रहा है तो उसमे भी खुशी/अच्छाई ढूंढिए तो सब बढ़िया होने लगेगा क्योंकि हमारी मनःस्थिति हमारी अपनी सोच पर ही निर्भर करती है और जब सोच ही हमेशा पॉजिटिव होगी तो मन भी पॉजिटिव और लाइफ भी पॉजिटिव ही रहेगी।
इसलिए हर बात में positivity ढूंढकर उसे स्वीकार करें।
आर्टिकल पसन्द आया हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे और ईमेल सब्सक्रिप्शन लेना मत भूले।
आत्म-अनुशासन का महत्व हमारे जीवन में बहुत बड़ा है। चाहे आप अपने व्यक्तिगत जीवन में…
भारतीय शेयर बाजार में खुदरा निवेशकों (Retail Investors) की भागीदारी में जबरदस्त वृद्धि हुई है,…
विज्ञान एक ऐसा विषय है जो प्रकृति में उपस्थित प्रत्येक वस्तु की क्रमबद्ध जानकारी प्रदान…
सोचने से कुछ न होगा… करने से होगा Daily Motivation in Hindi दोस्तों, जब…
Article on Procrastination in Hindi दोस्तों आज मैं इस साइट पर एक Daily Motivational…
Money Management Series #1 – in Hindi Time Management के बारे में आपने बहुत सुना,…
View Comments
greeting of the day
thank you sir
last kuch time se bhot gusa aane lga tha mujhe choti choti baato par but aapka ye post pad kar mujhe bhot kuch samj aa gya hai and mujh lgta hai ki muj main kafi badlav aaye hai
thanks once again for your help
You r ryt ji hme hr situation me positive behaviour rkhna chahiye ...coz some times behavior is greater than knowledge
शानदार