सोच समझकर फैंसला और वादा करे
Soch Samajhkar Fainsla aur Vaada Kare जब हम गुस्से में होते हैं तब हमें कोई फैसला नहीं लेना चाहिए , और जब हम बहुत ही खुश होते हैं तब हमें किसी से कोई वायदा नहीं करना चाहिए । क्योंकि दोस्तों जब हम खुश होते हैं तो उस खुशी के कारण हम प्यार-प्यार में ही उसे(दूसरे … Read more