दया भाव जो व्यक्ति धर्म का आश्रय लेकर ,सदमार्ग पर चलता है, सभी जीवों को परमपिता परमात्मा की संतान मानकर…
Logo Ko Ajeeb Soch कैसी अजीब है लोगो कि सोच ,कुछ समझ नहीं आता । स्वर्ग में सभी लोग ही…
खुशियों की महक खुशियों की महक भी फूलों की ही तरह है। जैसे फूल किसी दूसरे को भेंट करने से…
Fikra Kis Bat Ki जब अच्छाई के राह पर ही चलना है तो फिर फिक्र किस बात की? जब अच्छे…
GALTI TO HO HI JATI HAI कोई चाहे फर्श को कितना ही साफ क्यों न कर ले लेकिन हवा के…
Bure Samay Ki Shuruat जब अपने ही घर के सदस्य पराये लगने लगे और पराये लोग अपने लगने लगे तो…