सारा जहाँ उसीका है है जो मुस्कुराना जानता रोशनी भी उसीकी है जो शमा जलाना जानता है। हर जगह मंदिर मस्जिद गुरूद्वारे है। लेकीन इश्वर तो उसीका है जो"सर" झुकाना जानता है|
किसी ने गुरू नानक से पूछा आप बडे हैं फिर भी आप नीचे क्यों बैठते हैं ? बडा खूबसूरत जवाब दिया "निचे बैठने वाला आदमी कभी गिरता नहीं |
जब आप किसी की मदद करते हैं तो परमात्मा भी आपकी मदद करते हैं। इसीलिए दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
यह दुनिया कठिनाईयों से भरा है जिसे खुद पर भरोसा होता है वही विजेता कहलाता है।
'अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है। इसलिए अहंकार कभी नहीं करना चाहिए बल्कि विनम्र होकर सेवाभाव से जीवन गुजारना चाहिए|
तीन वस्तुएं हर इंसान की अलग अलग होती है भाग्य, कर्म और स्वभाव | भाग्य को रब के भरोसे छोड़ दो कर्म अच्छे करना शुरू करदो तो आपका स्वभाव ही आपका भाग्य बदल कर रख देगा।
सतगुरु कहते है कि अहंकारी इंसान एक अंधे के समान है जिसे न तो अपनी गलती दिखाई देती है न दुसरों की अच्छाई।