अगर आपको जीवन मे आगे बढ़ना है तो अपनाए श्री कृष्णा जी के ये  विचार |

वाणी  और पानी दोनों मे छवि नजर आती है  पानी स्वच्छ हो तो चित्र नजर आता है , और वाणी  मधुर हो तो चरित्र नजर आता है |

सही समय की प्रतीक्षा करके स्वयं  को मुर्ख मत बनाइये  क्योकि सही समय तभी आयेगा जब आप उसे सही बनाने का प्रयास करोगे |

कृष्णा जी  कहते है, मत सोच की तेरा सपना क्यों पूरा नहीं होता , हिम्मत  वालो का इरादा कभी अधूरा नहीं होता, जिस इंसान के कर्म अच्छे होते है उसके जीवन मे कभी अंधेरा नहीं होता |

आप वापस नहीं जा सकते है और शुरुआत को नहीं बदल सकते है | लेकिन आप जहा है , वही से शुरू कर सकते है और  अंत को बदल सकते है |

बुद्धि सबके पास है चालाकी करनी है या ईमानदारी, ये संस्कारो पर निर्भर करता है |

सत्य है कि जीवन मे खुद की बुराईया  सुनना भी जरुरी  है क्योकि   रोज  तारीफ सुनोगे तो आगे नहीं बढ़ पाओगे |

असत्य किसी भी संबंध का अंत मे अहम् भूमिका निभाता है क्योकि सत्य आज नहीं तो कल सामने आ ही जाता है |

बाद मे पछतावा करने से अच्छा है , एक बार जी जान लगाकर कोशिश कर ली जाए |